🔵ग्रीन हाइड्रोजन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:-*

*🔵ग्रीन हाइड्रोजन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:-*
 _(Some important points related to
Green Hydrogen)_ 

*📝आज के इस To The Topic में हम UPSC Prelims 2023 के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक 'ग्रीन हाइड्रोजन' इस टॉपिक पर चर्चा करेंगे। UPSC मुख्य परीक्षा के नज़रिए से यह टॉपिक सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र–1 खनिज और ऊर्जा संसाधन विषय के अंतर्गत है।*
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*◽यह टॉपिक चर्चा में क्यों है?*
*पिछले कुछ समय से ग्रीन हाइड्रोजन इस विषय पर विभिन्न समाचार पत्रों और मैगजींस में प्रमुखता से चर्चा की जा रही है। हाइड्रोजन एक आवश्यक औद्योगिक ईंधन है इसलिए यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है।*
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*🔴ग्रीन हाइड्रोजन क्या है?*

💡जैसे कि आप जानते ही हैं कि *"ग्रीन हाइड्रोजन एक औद्योगिक इंधन है। और बहुत सारे वस्तुओं के उत्पादन में इसका उपयोग किया जाता है।* जैसे-अमोनिया के उत्पादन से लेकर स्टील-सीमेंट बनाने, बस और कार चलाने वाले सैल को ऊर्जा देने में इसका उपयोग किया जाता है।

💡और इसी कारण *केंद्रीय कैबीनेट ने अक्षय ऊर्जा के इस शक्तिशाली भंडार को बढ़ाने के लिए 17,490 करोड़ का बजट पारित किया है। इसके लिए नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन या एनजीएच मिशन काम कर रहा है।*
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*🟣ग्रीन हाइड्रोजन वर्तमान स्थिति:-*

➤ *वर्तमान में ऊर्जा के उत्पादन का सबसे सस्ता तरीका कोयला और प्राकृतिक गैस हैं। इससे प्रचुर मात्रा में कार्बन-उत्सर्जन होता है।* 

➤ बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग के कारण अब दुनिया का ध्यान पवन और ऊर्जा जैसे अक्षय स्रोतों से उत्पादन पर गया है। *इसकी कीमत आमतौर पर 3.5 से 5.5 डॉलर प्रति किलोग्राम होती है।*

➤ पिछले कुछ समय से भारत में सौर ऊर्जा की कीमतों में गिरावट आई है और *इसीलिए सरकार यह मान रही है कि अक्षय स्त्रोतों से उत्पादित ग्रीन हाइड्रोजन की कीमतों में भी गिरावट आ जाएगी।*

➤ नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन (एनजीएच) मिशन का उद्देश्य *"भारतीय उद्योग जगत में ऐसा माहौल तैयार करना है कि वह ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन और आपूर्ति के लिए बुनियादी ढांचा तैयार कर सके। इससे ग्रीन हाइड्रोजन के उपयोग को तेजी से बढ़ाया जा सकेगा।*

➤ एनजीएच *मिशन इलेक्ट्रोलाइजर के विनिर्माण के लिए वित्तीय सहायता देने को प्रतिबद्ध है।* इस उपकरण के माध्यम से जल में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को अलग-अलग किया जा सकता है।

➤ 2030 तक *50 लाख मीट्रिक टन प्रतिवर्ष ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। ग्रीन हाइड्रोजन पर आने वाले अधिक खर्च के कारण विश्व में उपलब्ध हाइड्रोजन का केवल 1% ही ग्रीन हिस्सा है।*

➤ भारत का उद्देश्य है कि वह ग्रीन हाइड्रोजन का औद्योगिक और वैश्विक निर्यातक केंद्र बन सके। *इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए भारत को सौर सेल, सेमीकंडक्टर और पवन शक्ति के घटकों का निर्यातक बनना होगा।* 

➤ अतः भारत को लघु विनिर्माण और संबद्ध उद्यमों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना होगा। *नीतियों के बावजूद भारत ऐसा नहीं कर पाया है क्योंकि यहाँ विनिर्माण का आधार कमजोर है, और *वैश्विक पूंजी के सार्थक उपयोग में अक्षमता है।*
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